पाठ से
कवि को वर्षा होने पर किसान की याद क्यों आती है।
अपने खेतों में फसल की समृद्धि के लिए किसान वर्षा का बेसब्री से इंतजार करते हैं। इसीलिए कवि को वर्षा होने पर किसान की याद आती है। अपने खेतों की जुताई करने के बाद किसान को फसल की सिंचाई के लिए वर्षा पर निर्भर रहना पड़ता है। वह ईश्वर से प्रार्थना करता है कि इस बार वर्षा समय पर हो और उसके खेतों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके। उसकी आराधना सुनकर ईश्वर बादलों से पानी बरसाते हैं जिससे उसकी खेत-खलियानों में हरियाली आ सके। इन सब चीजों को देखते हुए ही कवि वर्षा होने पर किसान को याद करता है।